Mahaguru Ji strongly opposes government raising marriage age limit of girls to 21 years, says Parents should decide when a child should be married.
Mahaguru Ji said, “When a child should marry should be decided by their parents, NOT BY GOVT. Govt should pack it’s shit out from personal lives of people. Actually, entire Hindu law should be scrapped. Like it’s not govt’s job to run businesses, same way it’s not govt’s job to tickle people’s personal lives. It should not be upto politicians to decide personal laws of society. Rakshasas should understand their limits of insinuation and get the hell out of trying to become Shankaracharya or Manu. ”
Mahaguru Ji also said,”25 वर्ष की आयु प्रत्येक मनुष्य के लिए जीवन को परिभाषित करने वाला समय होता है। इस आयु तक आपका मस्तिष्क पूरी तरह विकसित हो चुका होता है। आपके सोचने का तरीका, आपका व्यक्तित्व सब मस्तिष्क द्वारा निर्धारित किए जा चुके होते हैं। इस उम्र के पश्चात व्यक्ति के व्यक्तित्व में बदलाव लगभग असम्भव होता है। इसलिए मेरा सभी हिन्दुओं से आग्रह है, अपने बच्चों का विवाह संस्कार, या जो अभी भी अविवाहित हैं, वे अपना स्वयं का विवाह संस्कार इस उम्र से पहले ही करें। यही कारण है कि हमारे पूर्वजों ने, हमारे देवताओं ने हमें कम उम्र में विवाह संस्कार करने का आदेश दिया है। इस सामयिक शासन तंत्र के अनुसार निर्धारित 18 व 21 के उम्र में या उसके बाद भी, परन्तु 22 के उम्र से पूर्व विवाह संस्कार अवश्य संपन्न करें। इससे आप अपने जीवनसाथी के व्यक्तित्व को स्वयं में समाहित करने में सफल होंगे, और वैवाहिक जीवन अधिक सुखमय रहेगा। साथ ही जीवन का यह सूत्र, मलेच्छ द्वारा लाए हुए विवाह विच्छेद से भी दाम्पत्य जीवन की रक्षा करेगा।”